विनिमय का अर्थ- मुख्यत: दो पक्षों के मध्य होने वाले वस्तु तथा सेवाओं के ऐच्छिक वैधानिक तथा पारस्परिक आदान-प्रदान को विनिमय कहते हैं।
प्रो•मार्शल के अनुसार-"दो पक्षों के मध्य होने वाले धन के ऐच्छिक वैधानिक तथा पारस्परिक हस्तांतरण को विनिमय कहते है।
अर्थात यह कहा जा सकता है की दो पक्षों के बीच होने वाले किसी वस्तु सेवा अथवा धन के आदान-प्रदान को जो ऐच्छिक वैधानिक तथा पारस्परिक हो विनिमय कहते हैं।
विनिमय का जन्म कैसे हुआ-जब इस पृथ्वी पर मानव आया यह भी कहा जा सकता है कि प्राचीन काल में मनुष्य की आवश्यकताएं सीमित है उस समय जब मुद्रा नहीं थी तो मनुष्य अपनी वस्तुएं एक दूसरे को दे करके उससे दूसरी वस्तुएं प्राप्त करता था। तो उसे बस्तु के बिनिमय कहते थे। वस्तु विनिमय के दौरान मनुष्य को अगर गुण (भेली)लेना होता था तो जिसके पास भेली होती थी उसे जिस वस्तु की आवश्यकता होती थी वह क्रेता से उस वस्तु के बदले उसे गुड़(भेली) देता था।
अतः यह कहा जा सकता है की वस्तु विनिमय बहुत कठिन था।
प्रश्न1-वस्तु विनिमय के लिए कम से कम कितने पक्षों का होना जरूरी?
प्रश्न 2- वस्तु विनिमय के दौरान पक्षो में किस प्रकार का आदान-प्रदान जरूरी है?
प्रश्न 3-विनिमय किसे कहते हैं?
Meaning of exchange- Exchange is the voluntary statutory and mutual exchange of goods and services, mainly between two parties.
According to Prof. Marshall- "Exchange is the voluntary statutory and reciprocal transfer of money between two parties.
That is, it can be said that the exchange of goods or services between two parties, which is voluntary, statutory and reciprocal, is called exchange.
How the exchange was born - when humans came to this earth, it can also be said that in ancient times the requirements of human beings are limited, when at that time there was no currency, then humans used to give their things to each other and get other things from it. So he was called the benediction of the object. During the barter, if a man had to take the virtue (bheli), then the person who had the bheli gave him jaggery (bheli) in exchange for the item that he needed from the buyer.
So it can be said that barter was very difficult.
Question 1 - How many parties are required for barter to be done?
Question 2- What kind of exchange between the parties is necessary during barter?
Question 3 - What is an exchange?
प्रो•मार्शल के अनुसार-"दो पक्षों के मध्य होने वाले धन के ऐच्छिक वैधानिक तथा पारस्परिक हस्तांतरण को विनिमय कहते है।
अर्थात यह कहा जा सकता है की दो पक्षों के बीच होने वाले किसी वस्तु सेवा अथवा धन के आदान-प्रदान को जो ऐच्छिक वैधानिक तथा पारस्परिक हो विनिमय कहते हैं।
विनिमय का जन्म कैसे हुआ-जब इस पृथ्वी पर मानव आया यह भी कहा जा सकता है कि प्राचीन काल में मनुष्य की आवश्यकताएं सीमित है उस समय जब मुद्रा नहीं थी तो मनुष्य अपनी वस्तुएं एक दूसरे को दे करके उससे दूसरी वस्तुएं प्राप्त करता था। तो उसे बस्तु के बिनिमय कहते थे। वस्तु विनिमय के दौरान मनुष्य को अगर गुण (भेली)लेना होता था तो जिसके पास भेली होती थी उसे जिस वस्तु की आवश्यकता होती थी वह क्रेता से उस वस्तु के बदले उसे गुड़(भेली) देता था।
अतः यह कहा जा सकता है की वस्तु विनिमय बहुत कठिन था।
प्रश्न1-वस्तु विनिमय के लिए कम से कम कितने पक्षों का होना जरूरी?
प्रश्न 2- वस्तु विनिमय के दौरान पक्षो में किस प्रकार का आदान-प्रदान जरूरी है?
प्रश्न 3-विनिमय किसे कहते हैं?
Meaning of exchange- Exchange is the voluntary statutory and mutual exchange of goods and services, mainly between two parties.
According to Prof. Marshall- "Exchange is the voluntary statutory and reciprocal transfer of money between two parties.
That is, it can be said that the exchange of goods or services between two parties, which is voluntary, statutory and reciprocal, is called exchange.
How the exchange was born - when humans came to this earth, it can also be said that in ancient times the requirements of human beings are limited, when at that time there was no currency, then humans used to give their things to each other and get other things from it. So he was called the benediction of the object. During the barter, if a man had to take the virtue (bheli), then the person who had the bheli gave him jaggery (bheli) in exchange for the item that he needed from the buyer.
So it can be said that barter was very difficult.
Question 1 - How many parties are required for barter to be done?
Question 2- What kind of exchange between the parties is necessary during barter?
Question 3 - What is an exchange?
thanks for comment