विकास और अधिगम दो अलग-अलग शब्द है। जहां विकास शब्द का अर्थ होता है, कि यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। जो जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त चलती है l
जबकि अधिगम काअर्थ होता है सीखना ।
अतर विकास का अधिगम से संबंध के अंतर्गत बालक के जन्म से लेकर और मृत्यु तक होने वाली समस्त क्रियाओं का वर्णन किया जाता है
जन्म से लेकर 8 माह तक बालक को किसी शब्द की जानकारी नहीं होती है 9 माह से 12 माह के बीच में 3 या 4 शब्दों को समझने लगता है डेढ़ वर्ष के भीतर उसे 10 से 12 शब्दों की जानकारी हो जाती है तथा 2 वर्ष की आयु तक उसे 200 से अधिक शब्दों की जानकारी हो जाती है 3 वर्ष के भीतर ही बालक लगभग 1000 शब्दों को समझने लगता है इसी तरह उसने भाषाई विकास होते रहते हैं और 16 वर्ष की आयु तक बालक लगभग 100000 शब्दों को समझने लगता है और उसकी समझने की योग्यता विकसित कर लेता है जैसे-जैसे बालक का विकास होता जाता है उसका अधिगम बढ़ता जाता है।विकास एवं अधिगम दोनों के माध्यम से बालक के व्यक्तित्व का विकास होता है अर्थात यह कहा जा सकता है कि विकास की प्रक्रिया में सीखने की प्रक्रिया से संबंधित है।
अतः यह आवश्यक है की बाल विकास का सर्वोत्तम स्वरूप दीक्षित किया जाए जिससे अधिगम का सर्वोत्तम स्रोत विकसित हो सके विभिन्न प्रकार के विकास का माध्यम से उनके संबंध पर निम्नलिखित रुप में स्पष्ट किया जा सकता।
- शारीरिक विकास एवं अधिगम
- मानसिक विकास एवं अधिगम
- संवेगात्मक विकास एवं अधिगम
thanks for comment