शब्दांक(Numeration)- किसी भी संख्या को शब्दों में लिखने को शब्दांक कहा जाता है । जैसे-325 को शब्दों में'तीन सौ पच्चीस'लिखते है।
अंक- 0,1,2,3,4,5,6,7,8,9 को अंक कहते है। हमारी संख्या पद्धति अथवा दाशमिक प्रणाली में ये ही 10 अंकों का प्रयोग होता है अंक गणित में सभी संख्याएं इन्हीं अंको के सहारे से बनती हैं।
प्राकृत संख्या- जिन संख्याओं का प्रयोग वस्तुओं को गिनने के लिए किया जाता है उन्हें प्राकृत संख्या कहते हैं प्राकृत संख्या को N से निरूपित किया जाता है।
जैसे-N-1,2,3,4,5,6.......
पूर्ण संख्या- प्राकृत संख्याओं के समूह में जब शून्य 0को शामिल कर लिया जाता है तो वह पूर्ण संख्याओं का समूह बन जाता है। पूर्ण संख्या को W से निरुपित किया जाता है।
जैसे-W,0,1,2,3,4,5,6,7,8,9,...........
सम संख्या- वे सभी संख्याएं जो 2 से पूरी तरह विभाजित हो जाती हैं उसे सम संख्या कहते हैं।
जैसे-4, 6, 8 ,10, 20, 84, 112, 192, 222 ,1000, 5002, 10000 आदि
विषम संख्या- विषम संख्या वे संख्याएं होती है जो 2 से पूरी तरह विभाजित नहीं होती हैं उसे विषम संख्या कहते हैं।
जैसे -3, 7, 9 ,15, 87,113, 1003, 3015, 9850 ,2793 आदि।
यौगिक संख्या- यौगिक संख्या वे सभी प्राकृतिक संख्याएं हैं जो स्वयं एवं एक को छोड़कर किसी दूसरी संख्या से भाज्य हो योगिक संख्याएं कहलाती हैं
जैसे 4 ,10 ,16 ,40 आदि।
पूर्णांक- संख्याओं का ऐसा समुद्र जिसमें धनात्मक और ऋणात्मक संख्या दोनों सम्मिलित हों उन्हें पूर्णांक संख्या कहा जाता है।
जैसे ( - 5 ,- 4, - 3 ,- 2, - 1 ,0, 1, 2, 3, 4, 5)
अभाज्य संख्या-अभाज्य संख्या वे संख्याएं होती हैं जो एक से बड़ी हो वह सभी संख्या जो एक और स्वयं को छोड़कर अन्य किसी भी संख्या से विभाजित नहीं होती हो अभाज्य संख्या कहलाती है।
जैसे -2 ,3 ,5, 7 ,11, 13 , 19 ,23 ,29 ,31 आदि।
सह अभाज्य संख्या- जब दो प्राकृत संख्याओं का महत्तम समापवर्तक एक हो तो वे दोनों संख्याएं सह अभाज्य कहलाते हैं।
जैसे - (4, 9 ) (2, 7)
स्थानीय मान -संख्याओं को निरूपित करने की प्रणाली जिसमें किसी अंक का माल इस बात पर निर्भर करता है कि संख्याओं में उस अंक का मान या स्थान क्या है जैसे संख्या 3451 में 4 का स्थानीय मान क्या होगा
4 का स्थानीय मान 400 है
3451 के सभी अंकों का स्थानीय मान इस प्रकार हैं
3का स्थानीय मान होगा-3000
4 का स्थानीय मान होगा -400
5 का स्थानीय मान होगा- 50
1 का स्थानीय मान होगा -1
अंकित मान-किसी भी संख्या का अंकित मान हमेशा समान रहता है चाहे वह किसी भी स्थान इकाई दहाई सैकड़ा हजार पर क्यों ना हो।
उदाहरण के तौर पर 3451 में तीन का अंकित मान तीन होगा चार का अंकित मान चार होगा पांच का अंकित मान पांच होगा तथा एक का अंकित मान भी एक होगा
अभ्यास 1.1
1. निम्नलिखित संख्याओं को विस्तारित रूप में लिखिए.
1)5678
5000+600+70+8
5हजार+6सैकड़ा+7दहाई+8इकाई
2)65786
60000+5000+700+80+6
6दस हजार+5हजार+7सैकड़ा+8दहाई+6इकाई
इसी तरह से अन्य संख्याओं को प्रसारित रूप में लिखा जा सकता है।
2. निम्नलिखित संख्याओं में प्रत्येक अंक का स्थानीय मान लिखिए
1)4756
4000
700
50
6
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