यातायात के साधनों को परिवहन के साधन भी कहा जाता है कोई भी साधन जिसका प्रयोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक आने जाने के लिए किया जाता है उससे यातायात का साधन कहा जाता है यातायात के साधनों के कारण ही मनुष्य कई दिनों का सफर कुछ दिनों में ही तय कर लेता है उनके आविष्कार से मनुष्य के आश्रम और समय की बचत हुई है।
यातायात का साधन के अंतर्गत हमारे पूर्वजों द्वारा प्राचीन काल में मध्य युग में आधुनिक युग में तमाम प्रकार के साधन का प्रयोग किया गया जैसे तांगा का इक्का का पैदल यात्रा कर लेते थे हाथी का घोड़े का आदि।
नीचे बताया जा रहा है कि यातायात के साधनों को तीन भागों में बांटा गया जो निम्नलिखित है यातायात के साधनों से मनुष्य कोबहुत सारी सुख सुविधाएं मिले हैं कि वह एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से आ जा सकता है इसी के साथ साथ और पर्यावरण प्रदूषण में भी बहुत बड़ा योगदान किया आज पर्यावरण प्रदूषण चारों तरफ बहुत तेजी से फैल रहा है इसका मुख्य कारण है यातायात के साधन यातायात के साधनों में सर्वाधिक प्रयोग होने वाले साधन थल पर चलने वाले साधन है।
यातायात के साधनों को तीन भागों में बांटा गया है।
1- थल परिवहन
2- जल परिवहन
3- वायु परिवहन
1 :-थल परिवहन - थल परिवहन के अंतर्गत सड़क मार्ग रेल मार्ग आता है।
●सड़क मार्ग - सड़क मार्ग यातायात साधनों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण एवं प्रारंभिक साधन है
सड़क मार्ग यातायात साधनों में सबसे सस्ता पड़ता है तथा इसका निर्माण पर्वतीय क्षेत्रों में पठारी मैदानी मरुस्थलीय ऊंची नीची ढालू तथा बीहड आदि किसी भी प्रकार की स्थलाकृति में संभव है। जबकि रेल मार्गों को उच्च पर्वतीय क्षेत्र में विकसित नहीं किया जा सकता है। सड़कों के माध्यम से निर्माण केंद्रों में उत्पादित विभिन्न वस्तुओं उपभोक्ताओं तक आसानी से पहुंचाई जाती हैं ।साथ ही सड़क परिवहन परिवहन के अन्य प्रकारों का पूरक है जैसे रेलवे स्टेशन हवाई अड्डों और बंदरगाहों को जोड़ने के लिए सड़क परिवहन सबसे महत्वपूर्ण परिवहन है। सड़क मार्ग द्वारा कम दूरी तय करना ।सामान भेजना सस्ता तथा सुविधाजनक होता है शीघ्र खराब होने वाले पदार्थों जैसे अंडा दूध फल सब्जी मांस पनीर आदि को गंतव्य तक पहुंचने में सड़क मार्ग रेल मार्ग की तुलना में अधिक उपयोगी है ।
सड़क मार्गों को कई भागों में बांटा गया है ।भारत में विद्यमान सड़कें विभिन्न प्रकार की हैं
प्रबंध एवं महत्व के आधार पर इनका वर्गीकरण इस प्रकार हैं
राष्ट्रीय राजमार्ग या राष्ट्रीय सड़कें
राज्यीय राजमार्ग या राज्य की सड़कें
जिला मार्ग या जिला के सड़कें
ग्रामीण सड़कें आदि।
◆ राष्ट्रीय राजमार्ग या राष्ट्रीय सड़कें-
ऐसी सड़कें जो प्रदेश की राजधानीयों महानगरों तथा बंदरगाहों को आपस में जोड़ती हैं उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग गया राष्ट्रीय सड़क कहते हैं। इस प्रकार की सड़कों के रख-रखाव ,सुधार, निर्माण, की पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है ।
राज्यमार्ग या राज्य की सड़कें:- राज्य की राजधानी को प्रमुख नगरों एवं जिला मुख्यालयों को परस्पर जोड़ने वाले प्रमुख सड़कें राज्यमार्गो के श्रेणी में आती हैं इनके निर्माण एवं रखरखाव का दायित्व सरकारों का होता है।
जिला मार्ग या जिला के सड़कें :- ऐसी सड़के जो प्रत्येक जिले के मुख्य सड़कें हैं जो जिला मुख्यालय को जिले के मुख्य नगरों से होती हुई प्रदेश अथवा राष्ट्रीय महत्व की सड़कों से जुड़ती हैं इनका निर्माण और रखरखाव जिला बोर्डों के अधीन होता है।
ग्रामीण सड़कें:- ऐसी सड़कें जो ग्रामीण बस्तियों को नजदीकी कस्बों एवं नगरों से जोड़ती हैं ग्रामीण सड़कें कहते हैं।
2- जल परिवहन
जल परिवहन परिवहन का एक अत्यंत सस्ता एवं सुगम साधन है भारत जैसे देश के लिए इसका बहुत ही महत्व है क्योंकि भारत के दक्षिणी भाग तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है भारत में समुद्री परिवहन या जल परिवहन का प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व रहा है
यह परिवहन का सबसे सस्ता साधन है।
यह भारी सामान के परिवहन के लिए बहुत ही उपयुक्त है ।
प्रतिवर्ष लगभग 180 लाख टन माल अंतर्देशीय जल परिवहन प्रणाली द्वारा दिया ढोया जाता है ।
परिवहन का यह साधन पर्यावरण अनुकूल हैं।
3- वायु परिवहन
वायु परिवहन परिवहन का सबसे तीव्र गामी साधन है ।जो समय की बचत करने वाला और सबसे महंगा साधन है ।दूरवर्ती दुर्गम और बीहड़ क्षेत्रों में जहां रेल एवं सड़क परिवहन का विकास नहीं हुआ है ।वहां वायु परिवहन सबसे उपयुक्त साधन सिद्ध हुआ है। इसलिए प्राकृतिक और मानव जन्य आपदाओं जैसे बाढ़ ,भूकंप, महामारी, युद्ध ,में परिवहन की भूमिका अपरिहार्य है ।
वायु परिवहन कंपनियां सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों में कार्य कर रहे हैं ।सार्वजनिक क्षेत्र में एयर इंडिया लिमिटेड इसकी सहयोगी कंपनियां एलाइंस एयर, एयर इंडिया चार्टर्स लिमिटेड इकाई है।निजी क्षेत्र में जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड जेटलाइन एयरलाइंस ,गो एयरवेज, किंगफिशर ,किंगफिशर एयरलाइंस, स्पाइसजेट, गो एयरलाइंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ,इंटरग्लोब एवियशन इंडिगो ,घरेलू क्षेत्र में संचालित हैं ।
इस समय इस समय इस समय भारत में दो प्रकार के वायु पत्तन है अंतरराष्ट्रीय और घरेलू इस समय देश में लगभग 127 हवाई अड्डे हैं। इसमें 23 हवाई अड्डे अंतरराष्ट्रीय हैं। जो इस प्रकार हैं कोलकाता ,नई दिल्ली ,अहमदाबाद ,हैदराबाद ,गुवाहाटी, गोवा, कोझिकोड, पोर्ट ब्लेयर ,चेन्नई ,कोची ,श्रीनगर, लखनऊ ,बंगलुरु ,वाराणसी ,तिरुवनंतपुरम,इंदौर, मुंबई ,कोयंबटूर, मंगलुरु जयपुर ,नागपुर ,अमृतसर ,तिरुचिरापल्ली।
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