खसरा भारत में उपयोग किया जाने वाला एक कानूनी दस्तावेज है जो भूमि के एक टुकड़े का विवरण बताता है, जिसमें इसकी सीमाएं, क्षेत्र, स्वामित्व और खेती शामिल है। दस्तावेज़ का उपयोग भूमि पंजीकरण, राजस्व संग्रह और अन्य कानूनी उद्देश्यों के लिए किया जाता है। शब्द "खसरा" हिंदी भाषा से लिया गया है, और आमतौर पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में इसका उपयोग किया जाता है।
Khasra is a legal document used in India that states the details of a piece of land, including its boundaries, area, ownership, and cultivation. The document is used for land registration, revenue collection, and other legal purposes. The word "khasra" is derived from the Hindi language, and is commonly used in states such as Uttar Pradesh, Haryana, and Punjab.
खतौनी किसी की जमीन या संपत्ति का स्वामित्व का राजपत्रित रिकॉर्ड होती है। इसमें जमीन या प्रॉपर्टी के बारे में सभी डिटेल्स, जैसे कि किसके नाम पर है, कितना एरिया है, किस तरह का है और किस जगह पर है, लिखी होती है। ये भारत सरकार द्वारा मुद्दे की जाति है और इसे एक कानूनी दस्तावेज माना जाता है।
खतौनी भारत में एक भूमि रिकॉर्ड दस्तावेज है जिसका उपयोग किसी विशेष भूमि के स्वामित्व का प्रमाण दिखाने के लिए किया जाता है। इसमें भूमि के बारे में जानकारी होती है, जैसे कि उसका आकार, स्थान और कोई पिछला लेन-देन या भूमि से जुड़े विवाद। यह सरकार द्वारा जारी किया जाता है और भूमि के स्वामित्व को खरीदने, बेचने या स्थानांतरित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज माना जाता है।
Khatauni kisi ki zameen ya property ki ownership ki gazetted record hoti hai. Isme zameen ya property ke bare mein sabhi details, jaise ki kiske naam par hai, kitni area hai, kis tarah ka hai aur kis jagah par hai, likhi hoti hai. Yeh Indian government dwara issue ki jati hai aur ise ek legal document mana jata hai.
Khatauni is a land record document in India that is used to show proof of ownership of a particular piece of land. It contains information about the land, such as its size, location, and any past transactions or disputes involving the land. It is issued by the government and is considered an important legal document for buying, selling, or transferring ownership of land.
[31/01, 6:13 am] JNV Student Tech YouTube: खसरा वह राजकीय/शाशकीय अभिलेख है जिसमेँ किसी कृषि योग्य भूमि मेँ कौन सी उपज(फ़सल) कब बोई गयी है? यह अभिलेख उस समय सहायक होता है जब किसी भी कारण से उपज नष्ट हो गयी हो और शाशन(सरकार) क्षतिपूर्ति करना चाहती हो। शाशन यह भी अनुमान लगा लेता है कि इस वर्ष कौन सी उपज कितनी होगी।
खतौनी- कृषि योग्य भूमि के अधिकार का अभिलेख होता है कि कौन सी कृषि योग्य भूमि का स्वामीए कौन है/हैँ?
घरौनी - शासन ने अब एक नया अभिलेख बनवाना प्रारम्भ कर दिया है जिसमेँ ग्रामीण अञ्चल के घरोँ की नाप व उस्क स्वामी/स्वामियोँ के नाम होते हैँ। पूर्व मेँ ऐसा कोई भी अभिलेख नहीँ होता था और मौखिक जानकारी के अनुसार ग्रामीण घरोँ का क्रय-विक्रय होता था। अब घरौनी के द्वारा यह किया जायेगा और यदि कोई ग्रामीण अपना घर अनुबन्धित कर बैङ्क आदि से ऋण लेना चाहे तो अब यह सुविधा हो गयी है।
[31/01, 6:13 am] JNV Student Tech YouTube: खसरा और खतौनी में क्या अंतर होता है?
खसरा और खतौनी दोनों ही कृषि रिकार्ड सम्बंधी दस्तावेज हैं इनमें मुख्य अंतर निम्नवत है -
खसरा - इस दस्तावेज में फ़सली ब्यौरा रहता है अर्थात् पिछले फ़सली सीज़न में कौन सी फ़सलों का ट्रेंड रहा है और कितने रकबे (क्षेत्रफल ) में किसान ने वो फ़सलें बोयीं ।
खतौनी - इसमें किसी किसान के नाम में एक कृषि खंड (खेत) में कितनी भूमि या भूमि का हिस्सा है यह दर्ज रहता है । भविष्य में खेत का एक हिस्सा या पूर्ण बिक्री या किसान के मृत्योपरांत उसके बच्चों में हिस्से बंटने पर हिस्सा क्षेत्रफल का ब्यौरा दर्ज हो जाता है । किसान द्वारा लिए गए ऋण आदि भी खतौनी में दर्ज होते हैं ।
इस प्रकार ख़सरा जहाँ कृषि भूमि के उपयोग से सम्बंधित है वहीं खतौनी उस भूमि के क्षेत्रफल और उसके क्षेत्रफल के हिस्सों और उस ओर मालिकाना हक़ से सम्बंधित है ।
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