रूढ़ शब्द - रूढ़ का अर्थ है प्रसिद्ध जिन्हे टुकड़े करने पर उनसे कोई अर्थ न निकलता हो , वे रूढ शब्द कहलाते हैं ।जैसे आदमी में आद + मी इसमें आद और मी अलग-अलग शब्दों का अर्थ नहीं है ।जब इन्हें मिलाया जाएगा तो आदमी मनुष्य होगा ऐसे ही हाथ, पैर, घर आदि।
विकारी शब्द- वे शब्द जो लिंग, वचन के अनुसार बदलते रहते हैं। जैसे लड़का- अच्छा , लड़की -अच्छी शब्द संज्ञा तो सर्वनाम की विशेषता बताते हैं विकारी शब्द चार प्रकार के होते हैं संज्ञा सर्वनाम क्रिया विशेषण अविकारी शब्द वे शब्द जो लिंग वचन के अनुसार नहीं बदलते हैं अविकारी शब्द कहलाते हैं यह चार प्रकार के होते हैं क्रिया विशेषण संबंध बोधक समुच्चयबोधक विस्मयादिबोधक योगरूढ़ शब्द योगरूढ़ शब्द है जिनमें योग एवं अरूण दोनों शब्दों के लक्षण पाए जाते हैं जिसके खंड किए जाएं तो खंडों का अर्थ तोता को मिलाकर रखा जाए तो उसका अर्थ भी ऐसे शब्द योगरूढ़ शब्द कहलाते है जैसे पीतांबर ध नंबर इसके खंडों का अर्थ है क्रम से फीट बराबर पीला अंबर जब बस प्रखंडों को मिलाकर लिखेंगे पीतांबर इसका अर्थ श्री कृष्ण
विकारी शब्द- वे शब्द जो लिंग, वचन के अनुसार बदलते रहते हैं। जैसे लड़का- अच्छा , लड़की -अच्छी शब्द संज्ञा तो सर्वनाम की विशेषता बताते हैं विकारी शब्द चार प्रकार के होते हैं संज्ञा सर्वनाम क्रिया विशेषण अविकारी शब्द वे शब्द जो लिंग वचन के अनुसार नहीं बदलते हैं अविकारी शब्द कहलाते हैं यह चार प्रकार के होते हैं क्रिया विशेषण संबंध बोधक समुच्चयबोधक विस्मयादिबोधक योगरूढ़ शब्द योगरूढ़ शब्द है जिनमें योग एवं अरूण दोनों शब्दों के लक्षण पाए जाते हैं जिसके खंड किए जाएं तो खंडों का अर्थ तोता को मिलाकर रखा जाए तो उसका अर्थ भी ऐसे शब्द योगरूढ़ शब्द कहलाते है जैसे पीतांबर ध नंबर इसके खंडों का अर्थ है क्रम से फीट बराबर पीला अंबर जब बस प्रखंडों को मिलाकर लिखेंगे पीतांबर इसका अर्थ श्री कृष्ण
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