आज की पोस्ट में मैं आपको बताने वाला हूं प्रदूषण किसे कहते हैं। जैसा कि आप जानते होंगे कि प्रदूषण सबसे गंभीर मुद्दा वर्तमान में बन गया है ।और हर किसी को अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ संबंधी खतरों का सामना करना पड़ रहा है ।और अन्य गतिविधियों से विभिन्न प्रकार के प्रदूषण हमारे प्राकृतिक संसाधनों जैसे मिट्टी हवा और पानी को दूषित कर रहे हैं । हवा पानी में मिश्रित होने के बाद यह जीव जंतुओं की प्रणाली को भी प्रभावित कर रहे हैं । और स्वास्थ्य के लिए घातक उत्पन्न होते जा रहे हैं । इसी प्रकार ध्वनि प्रदूषण शरीर के सुनने की क्षमता को प्रभावित करने के साथ ही स्मृति में बाधा पैदा कर रही है।
गांव की अपेक्षा शहरों में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है क्योंकि शहरों में वाहनों के परिवहन की वजह से प्रदूषण की दर ज्यादा हो रही है वहां पर फैक्ट्रियां ज्यादा है फैक्ट्रियों से निकलने वाले हुए लोगों के सांस लेने में भी दिक्कत पैदा कर रहे हैं शोरगुल के मामले में भी शहर में ज्यादा ध्वनि प्रदूषण है अतः कहा जा सकता है कि मनुष्य द्वारा बना प्रौद्योगिक उन्नत पृथ्वी पर सभी प्रकार के प्रदूषण का मुख्य कारण बनता जा रहा है कोई और नहीं बल्कि मनुष्य को दी दुनिया भर में प्रदूषण आरोप एक गड्ढा खोदता जा रहा है और पृथ्वी पर रहने वाले जीवो के लिए गंभीर समस्या उत्पन्न कर रहा है
जीवन की गुणवत्ता दिन-ब-दिन गिरती जा रही है क्योंकि प्रदूषण राक्षस की तरह काम चल रहा है और विभिन्न प्रकार की बीमारी जैसे कि उच्च रक्तचाप गुर्दा रोग सांस की बीमारी कैंसर महामारी को चारों आदि का कारण बनता जा रहा है।
बात करते हैं कि प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं
प्रदूषण मुख्य चार प्रकार के होते हैं पहला नंबर जल प्रदूषण दूसरा वायु प्रदूषण तीसरा पृथ्वी व मिट्टी थल प्रदूषण अब हम एक-एक प्रदूषण पर चर्चा करने वाले हैं सबसे पहले वायु प्रदूषण
वायु प्रदूषण
जैसे कि और प्रदूषण के नाम से ही आप समझ गए होंगे कि यह दो शब्दों से मिलकर बना है वायु और प्रदूषण वायु जिस क्रिया से वायुमंडल प्रदर्शित हो जाता है वह वायु प्रदूषण कहलाता है।
वायु प्रदूषण मुक्त फैक्ट्रियों से निकलने वाले तथा गाड़ियों से निकलने वाले धुआ से फैलता है इसके साथ साथ जब हम
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