वसीयत क्या है ?
आपके मृत्यु हो जाने के बाद आपकी संपत्ति / धन के वितरण और निपटान की आपकी वर्तमान इच्छा की लिखित घोषणा ही आपकी वसीयत कहलाती है ।
वसीयत - वसीयत आपकी निजी वित्तीय योजना का यह आधारभूत हिस्सा है , वसीयत करने से आपके जाने के बाद आपकी सम्पत्ति जिन्हें आप देना चाहते हैं उन्हें जल्दी बाँटने से सहूलियत हो जाती है , आपकी पैतृक क संपत्ति आपके प्रियजनों को आसानी से कब्जा सुनिश्चित कतरने का यही एक तरीका है । इसमें स्टाम्प व्यय भी नहीं करना पड़ता है । आपको वसीयत जरूर करनी चाहिए भले ही आपका स्वामित्व संयुक्त स्व नामों से हो , संयुक्त नाम और नामांकन केवल आपकी सम्पत्ति / धन की प्राप्ति में सहायक होते हैं : ये उत्तरजीवी या नामिती को कानूनी वारिस नहीं बनाते ।
यदि आप वसीयत न करें तो ?
कानून यदि आप बिना वसीयत किए चले जाते हैं तो आपके समुदाय पर लागू के उत्तराधिकार अधिनियम के अनुसार आपकी सम्पत्ति बाँट दी जाएगी उससे परिवार के सदस्यों को अपनी दुखद मनः स्थिति के बीच कचहरी की जटिल और कड़ी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा , इसके अलावा ऐसा वितरण सही मायनों में शायद आपकी इच्छाओं के अनुरूप न हो । वसीयत बनाते समय किन खास बातों का ध्यान रखें ?
1. किसी स्टाम्प पेपर की जरूरत नहीं है , इसका पंजीयन भी जरूरी नहीं है । पंजीकरण की सलाह इसीलिए दी जाती है कि इसकी प्रतियां खोने या नष्ट होने पर नकल मिल सकती है ।
2. वसीयत का कोई निश्चित रूप नहीं है । जब आप इसे बनाएँ साफ और निर्विवाद भाषा का इस्तेमाल करें इसे छलमुक्त बनाने के लिए किसी वकील से मसौदा बनवा लें ।
3. भविष्य में किसी सम्पत्ति के अभिग्रहण या किसी चीज के छूट जाने को ध्यान में रखकर इसमें अवशेष खण्ड ' जरूर शामिल करें । 4. वसीयत हस्ताक्षर करते वक्त दो व्यक्तियों की मौजदगी हो , इन दोनों को भी आपके हस्ताक्षर के वक्त ही साक्षी के तौर पर हस्ताक्षर करने चाहिए । अंत में इन दोनों का पूरा नाम और पते दिए जाएँ । गवाह को वसीयत में क्या लिखा है । यह जानने की जरूरत नहीं है । 5. धोखाधड़ी से पृष्ठ बदले जाने से बचने के लिए हर पृष्ठ पर हस्ताक्षर करें ।
6. निष्पादक लाभार्थी हो भी सकता है नहीं , भी परन्तु निष्पादक या लाभार्थी वसीयत पर गवाह के तौर पर साक्ष्यांकन नहीं कर सकता क्योंकि वह स्वयं इच्छुक पार्टी है ।
7. आप अपनी वसीयत को इच्छानुसार जब और जितनी बार चाहें , बदल , खारिज या संशोधन कर सकते हैं , जब भी नई वसीयत बनाएं पुरानी को नष्ट कर दें ।
8. आपकी मृत्यु तक आपकी वसीयत पर कोई कानूनी असर नहीं होगा ।
9. अपनी पत्नी के साथ संयुक्त वसीयत न करें क्योंकि आपके जाने के बाद यदि वह इसे बदलना चाहे तो मृतक की वांछित सहमति नहीं मिल सकेगी ।
10. अपनी वसीयत को बैंक लॉकर जैसी जगह सुरक्षित रखें , यह पक्का कर लें कि इसके निष्पादक और लाभार्थियों को पता हो कहाँ रखी है ।
11. परिस्थितियों में बदलाव को देखते हुए वसीयत की समीक्षा करें । 12. असंतुलित मस्तिष्क या 18 वर्ष से कम के व्यक्ति द्वारा की वसीयत अवैध है ।
What is a will?
Your will is a written declaration of your current wishes for the distribution and disposal of your property/wealth after you are gone.
Will - A will is a fundamental part of your personal financial planning, making a will allows you to quickly distribute your assets to those you wish to bequeath after you're gone, ensuring easy possession of your ancestral property to your loved ones. There is a way. There is no stamp duty involved. You must make a Will even if you own it in Joint Self Names, Joint Names and Nominations only help in passing your property/wealth: They do not make the survivor or nominee the legal heir.
What if you don't make a will?
Law If you leave without a Will, your property will be distributed according to the Succession Act applicable to your community, leaving the family members in their sad state of mind to go through complicated and strenuous court procedures, moreover such distribution is correct. In some ways it may not be according to your wishes. What are the important things to keep in mind while making a Will?
1. No stamp paper is required, its registration is also not necessary. Registration is advised so that duplicates can be found if copies are lost or destroyed.
2. There is no definite form of will. Use clear and unambiguous language when you draft it. Get a lawyer to draft it to make it foolproof.
3. Keeping in mind the seizure of any property or the abandonment of anything in the future, definitely include the residual clause. 4. There should be presence of two persons while signing the Will, both of them should also sign as witnesses at the time of your signing. At the end the full names and addresses of both of them should be given. What is written in the will to the witness. There is no need to know this. 5. Sign each page to avoid fraudulent replacement.
6. The executor may or may not be a beneficiary, but the executor or beneficiary cannot testify as a witness to the will because he himself is an interested party.
7. You can change, dismiss or amend your will whenever and as many times as you want, whenever you make a new will destroy the old one.
8. There will be no legal effect on your will till your death.
9. Do not make a joint will with your wife because if she wants to change it after you are gone, the desired consent of the deceased will not be obtained.
10. Keep your will in a safe place like a bank locker, make sure that its executors and beneficiaries know where it is kept.
11. Review the will in view of the change in circumstances. 12. A will made by a person of unsound mind or under 18 years of age is invalid.
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